Saturday 16 January 2021

भारत एवं बंगाल के प्रमुख गवर्नर जनरल:Governor General of India And Bengal PDF Download

भारत एवं बंगाल के प्रमुख गवर्नर जनरल:Governor General of India And Bengal PDF Download

आज के आर्टिकल में Governor General of India एवं Governor General of Bengal के बारे में विस्तार मे बताये गये है | और यह आर्टिकल आपके हर competitive exam के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं| चाहे वह UPSC,SSC,RAILWAY,DEFENCE या BANKING हो,सभी एग्जाम में Governor General के बारे में पूछे जा रहे है‍‌|  इस लिए यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी है|


बंगाल के गवर्नर जनरल (Governor General of Bengal 1757-1773)





  • रॉबर्ट क्लाइव (प्रथम शासन) 1757-60):- बिहार में शोरे के व्यापार का एकाधिकार, शाह आलम की पराजय।

  • रॉबर्ट क्लाइव (दूसरा शासन) 1765-67):- अवध नवाब से संधि, नागरिक सुधार, बंगाल में द्बैध शासन प्रणाली।


  प्रमुख घटनाये(Major Events )


  • दीवानी की प्राप्ति।

  • व्यापार समिति।

  • श्वेत विद्रोह (सैनिकों को उपहार व दोहरा भत्ता बंद)

  • द्वैध शासन

  • बर्क ने का क्लाइव को 'बड़ी बड़ी नींव रखने वाला' बताया था।

  • पर्सीवल स्पीयर ने उसे 'भविष्य का अग्रदूत' कहा।


 


वारेन हेस्टिंग्स(Warren Hastings 1772-1784



  • उसने 1773 में भारत के विनियमन अधिनियम को पेश किया। इस अधिनियम के द्वारा बंगाल के गवर्नर जनरल(Governor General) बन ग‌ए।

  • 1774 में 4 न्यायाधीशों के साथ कलकत्ता में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई थी।

  • मुख्य न्यायाधीश - एलिजा इम्पे

  • वारेन हेस्टिंग ने जिले में बंगाल को विभाजित किया और एक नए पद को जिला कलेक्टर का नया पद नियुक्त किया। उन्होंने दीवानी अदालत (सिविल कोर्ट) और फौजदारी अदालत (आपराधिक अदालत) की स्थापना की।

  • 1784 में 'विलियम जोंस ने एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल की स्थापना की, जिसके तहत‌् गीता प्रथम पुस्तक थी, जिसका अनुवाद संस्कृत से अंग्रेजी में विल्किंस के द्वारा किया गया तथा प्रस्तावना वारेन हेस्टिंग द्वारा लिखा गया था।
  • अभिज्ञान शाकुंतलम को संस्कृत से अंग्रेजी में विलियम जोंस द्वारा अनुवादित किया गया था।

  • वारेन हेस्टिंग ने हिंदू और मुस्लिम कानूनों को पुनः परिभाषित किया कानून की एक पुस्तक को अनुवाद संस्कृत से अंग्रेजी में "ए कोड ऑफ़ जेंटू लॉज़" के शीर्षक से किया। यह कानून पर पहली पुस्तक (मनुस्मृति)/ मनु सहिंता का अनुवाद था।

  • रिश्वत लेने के आरोपों पर ब्रिटिश संसद में उसके खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन 7 साल की सुनवाई के बाद वह बाइज्जत बरी हो गया।


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लॉर्ड कॉर्नवालिस(LORD Cornwallis 1786-1793) 



  • 1793 ई० में, उन्होंने कॉर्नवालिस कोड द्वारा राजस्व प्रशासन को न्याय प्रशासन से अलग कर दिया।

  • वे भारतीय सिविल सेवा (ICS) भारतीय नागरिक सेवा के पिता के रूप में प्रसिद्ध हैं, क्योंकि उन्होंने जिला न्यायाधीश का नया पद सृजित किया था।

  • 1793 ई० में उन्होंने बंगाल का स्थायी बंदोबस्त शुरू किया। (जमींदारी प्रणाली)


सर जॉन शोर (SIR Jhon Shore 1793-1798)


  • वह गैर- हस्तक्षेप की अपनी नीति के लिए प्रसिद्ध थे। उसने बंगाल के स्थायी बंदोबस्त प्रणाली के कार्यान्वयन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1793 में उसने पहला चार्टर एक्ट पेश किया। इस अधिनियम द्वारा भारत में ईआईसी के व्यापारिक एकाधिकार और भारत में शासन करके के अधिकार को अगले 20 वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया।


लॉर्ड वेलेजली (LORD Wallesley 1798-1805)



  • उन्होंने सहायक संधि की नीति की शुरुआत की।

  • पहला राज्य हैदराबाद था, जिसने सहायक संधि को अपनाया।

  • दूसरा राज्य मैसूर था।

  • वह बंगाल टाइगर के नाम से प्रसिद्ध थे।

  • 1800 ई० में, उसने आईएएस अधिकारियों के प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कलकत्ता में फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना की।


लॉर्ड कॉर्नवालिस (ᒪORD  CORNWALLIS 1805)


  • वह पहले गवर्नर जनरल था। जिनकी मृत्यु भारत में (गाजीपुर उत्तर प्रदेश) में हुई।


लॉर्ड मिंटो प्रथम (ᒪORD MINTO 1ST 1807-1813)



  • 1809 ई० में, राजा रणजीत सिंह के साथ अमृतसर की संधि।

  • राजा रणजीत सिंह पंजाब के राजा थे, जिन्होंने पूरे पंजाब को एक राज्य के रूप में एकजुट किया।

  • उससे पहले पंजाब को 12 भागों में विभाजित किया गया था,और प्रत्येक भाग पर एक अलग मिसल या वंश का शासन था।

  • उनके मिसल का नाम सुकर चकिया था।

  • महा सिंह इनके पिता का नाम था।

  • चाढ़त सिंह इनके दादा का नाम था।

  • 1813 में लॉर्ड मिंटो प्रथम ने दूसरा चार्टर एक्ट पेश किया। इस अधिनियम द्वारा चीन के साथ व्यापार और चाय के व्यापार को छोड़कर व्यापार में EIC का एकाधिकार समाप्त हो गया।

  • पहली बार भारतीय शिक्षा के लिए गवर्नर जनरल की काउंसिल/परिषद पर 1 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम नहीं रखने के लिए वाध्य था।

  • कंपनी ने इस फंड का उपयोग वर्नाकुलर भाषा (क्षेत्रीय भाषा) और भारतीय साहित्य को जानने या प्रोत्साहित करने के लिए किया।

  • इस चार्टर ने ईसाई मिशनरियों (प्रचारमंडली) को भारत में अपने धार्मिक विचारों को फैलाने की अनुमति दी।


लॉर्ड हेस्टिंग्स ( ᒪORD HESTINGS  1813-1823)



  • उसने हस्तक्षेप और युद्ध की नीति पेश की।

  • उसने पिंडारी का दमन किया।

  • थॉमस मुनरो (मद्रास के गवर्नर) ने रैयतवारी बंदोबस्त शुरू किया (कर का भुगतान सीधे किसानों द्वारा किया गया)।

भारत के गवर्नर जनरल (1831-31 अक्टूबर 1858) Governor General of India (1833-31st Oct 1858)




लॉर्ड विलियम बेंटिक/ Lord William Bentinck (1828-1835)



  • 1829 में उसने नियम संख्या 17 के तहत राजा राममोहन राय की मदद से सती प्रथा को समाप्त कर दिया।

  • नोट:- मोहम्मद बिन- तुगलक भारत का पहला राजा था, जिसने सती प्रथा को समाप्त करने की कोशिश की थी।

अन्य राजा (other king)


  • अकबर (Akbar)

  • औरंगजेब (Aurangzeb)

  • अल्बुकर्क (गोवा)/ Albuquerque (Goa)

  • जैनुल आबदीन (J&K) = कश्मीर के अकबर के रूप में प्रसिद्ध। (Janul Aabdeen (J&K) = famous as Akbar of Kashmir)

  • 1830 में उसने ठगी प्रणाली का अंत किया।

  • 1831 में राजा रणजीत सिंह के साथ दोस्ती की संधि की।

  • तृतीय चार्टर अधिनियम उनके द्वारा 1833 में पेश किया गया था। इस अधिनियम द्वारा व्यापार में EIC के एकाधिकार को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया था। (चाय का व्यापार और चीनी का व्यापार भी)

  • बंगाल का गवर्नर जनरल भारत का गवर्नर जनरल बन गया।

  • भारतीय शिक्षा का बजट 1 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए प्रति वर्ष कर दिया गया।

  • लॉर्ड विलियम बेंटिक भारत की आधुनिक पश्चिमी शिक्षा के पिता के रूप में प्रसिद्ध थे, क्योंकि उन्होंने मैकाले के प्रस्ताव को यह घोषित करने के लिए स्वीकार किया कि अंग्रेजी को भारत संघ की आधिकारिक भाषा होना चाहिए।

  • इस प्रस्ताव को भारतीय शिक्षा की डाउनवर्ड थ्योरी (अधोमुखी सिद्धांत) या भारत के फिल्टर थ्योरी (निश्चयपंदन सिद्धांत) के रूप में भी जाना जाता है।

  • लॉर्ड मैकाले भारत में पहले कानून सदस्य था।

  • 1835 में कलकत्ता में पहला मेडिकल कॉलेज खोला गया।


सर चार्ल्स मेटकाफ़ (Sir Charles Metcalf/ (1835-36)



  • इसने वर्नाकुलर भाषाओं में प्रेस को स्वतंत्रता प्रदान की।


लॉर्ड ऑकलैंड (Lord Auckland/ (1836-42)



  • प्रथम आं‌ग्ल- अफगान था।(1836-1842)

  • 1839 में राजा रणजीत सिंह की मृत्यु हो गई।


लॉर्ड एलेनबरो /Lord Ellen borough (1842-1844)



  • 1843 में सिंध को चार्ल्स नेपियर द्वारा हड़पा गया था। और वह सिंध के पहले गवर्नर बने।

  • ज्यादातर अखबारों ने इस हमले की आलोचना की विशेष रुप से टाइम्स ऑफ इंडिया, जिसे पूर्व में बॉम्बे टाइम्स के नाम से जाना जाता था।

  • 1843 में स्लेवरी सिस्टम (दास प्रथा) को नियम संख्या 5 के तहत् लॉर्ड एलेनबरो द्वारा समाप्त कर दिया था। (प्रक्रिया लॉर्ड विलियम बेंटिक द्वारा शुरू की गई थी)।

लॉर्ड हार्डिंग प्रथम (Lord Harding 1st / (1844-1848) लॉर्ड डलहौजी / Lord Dalhousie (1848-1856)



  • 1848 में रुरकी (उत्तराखंड) में पहले इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना हुई। लेकिन पहला IIT खड़गपुर (बंगाल) था, दर्जा 1956 में जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिया गया।

  • 1848 में राज्य हड़प नीति की शुरुआत लॉर्ड डलहौजी ने की थी। इस नीति के द्वारा सतारा (महाराष्ट्र)1849 में हड़पा जाने वाला पहला राज्य था, जैतपुर से संबलपुर तक हड़पा गया।

  • 1853 में झांसी और 1854- नागपुर

  • 1856 में अवध को कुशासन के आरोप में हड़पा गया।

  • अवध के अंतिम नवाब- वाजिद अली शाह

  • पत्नी- बेगम हज़रत महल

  • पुत्र- बिरजिस कादिर

  • 1853 में चौथा चार्टर अधिनियम लॉर्ड डलहौजी द्वारा शुरू किया गया। इस अधिनियम द्वारा भारत में EIC द्वारा शासन का अधिकार 20 वर्षों तक बढ़ाया गया, लेकिन 1858 में इसे समाप्त कर दिया गया।

  • आईसीएस की रिक्तियों को प्रतियोगी परीक्षाओं द्वारा भरा जाना था (भारतीय को छोड़कर) भारतीय के लिए इसे 1861 में खोला गया था।

  • 1863 में प्रथम भारतीय आईसीएस, सत्येंद्र नाथ टैगोर थे।

  • 1864 में द्वितीय भारतीय आईसीएस, सुरेंद्र नाथ बनर्जी थे।

  • 1853 में भारतीय रेलवे की शुरुआत भी लॉर्ड डलहौजी ने की थी।

  • पहली ट्रेन बंबई से ठाणे (1853) तक थी।

  • दूसरी ट्रेन हावड़ा से हुगली (1854) तक थी।

  • हर प्रांत में उनके द्वारा अलग- अलग पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) की स्थापना की गई थी।

  • 1854 में उन्होंने 'वुड्स एजुकेशनल डिस्पैच' को स्वीकार किया जिसे भारतीय शिक्षा के मैग्नाकार्टा के रूप में जाना जाता था। इस शिक्षा प्रणाली में मुख्य बिंदु 'महिला शिक्षा' था।

  • 1856 में डलहौजी ने 'ईश्वरचंद्र विद्यासागर' की मदद से विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित किया। जिसे लॉर्ड कैनिंग द्वारा लागू किया गया था।


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